अलग दिखने की चाहत
सदियों के मातहत
कब तलक विरासत
जीवन के साथ रखेंगे
कहना मुश्किल है
मगर
पता है दुनिया को
भारत
हम युवाओं का है।
बदलकर रख देंगे
कोशी के लहरों की तरह
ला देंगे तबाही
अंग्रेजियत व्यवस्था पर
फैला देंगे खादर
झांप देंगे बांगर
चाहे कितना भी
बना लो वीरपुर बैराज।
दो सो साल बाद ही सही
आयेंगे अपनी राह
नए रूप में
नयी सुबह के साथ
धूप-छॉव की आँख मिचौली
लोक लाज की अपनी बोली।
बरन पुंज 2016
8 years ago